दस हजार का लोन मिला नहीं लेकिन नगर पालिका ने थमाया प्रमाण पत्र
प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना नगर पालिका क्षेत्र में बना मजाक
बैतूल। कोरोना काल के समय में गरीब परिवारों को बिना गैरइंटर के प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना के अंतर्गत दस-दस हजार रुपये का लोन देने का आवेदन करवाया गया था।जिसमें से कई लोगों को लोन बैंक के माध्यम से दिया भी गया और गरीब तबके के लोगों के माध्यम से अपने घर परिवार और व्यापार चला कर अपनी जीविका भी चलाने का कार्य किया लेकिन जिन लोगों ने नगर पालिका परिषद सारणी में प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना के अंतर्गत आवेदन दिया था उन्हें लोन नहीं मिला लेकिन नगर पालिका परिषद सारनी के माध्यम से उन्हें दिए जाने का प्रमाण पत्र वितरण कर रहे हैं कुछ इसी तरह का मामला इन दिनों प्रकाश में आया है।पाथाखेड़ा के संत रविदास कॉलोनी में निवास करने वाले आदिवासी रमेश धुर्वे के माध्यम से सब्जी का व्यापार करने के लिए दस हजार रुपये का लोन का आवेदन दिया था लेकिन उन्हें लोन बैक से नहीं मिला लेकिन नगर पालिका परिषद सारनी के कर्मचारियों के माध्यम से उन्हें प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना का प्रमाण पत्र और नेम प्लेट देकर फोटो सेशन करवाने का कार्य बड़ी खूबसूरती के साथ किया गया।जिसको लेकर कांग्रेस के माध्यम से इस तरह फर्जीवाड़ा किए जाने का विरोध करते हुए प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना के अंतर्गत कितने लोगों को लोन दिया गया और कितने लोगों के आवेदन लिए गए इसे सार्वजनिक करने की मांग अब उठने लगी है।कांग्रेस के जिला उपाध्यक्ष तिरुपति एरुलू ने बाताया की कोरोना काल के समय में गरीब परिवारों को दस हजार की राशि के नाम पर नगर पालिका परिषद सारनी में आवेदन दिलवाने का कार्य किया गया लेकिन लोन नहीं दिया गया ऐसी स्थिति में उन्हें प्रमाण पत्र और नेम प्लेट वितरण नहीं किया जाना चाहिए लेकिन नगर पालिका परिषद सारनी में रमेश धुर्वे को वेडिंग सर्टिफिकेट नंबर पीएम एसओ 3215003753 का नेमप्लेट वितरण करके उसे दस हजार का लोन स्वीकृत होना बताकर फोटो सेशन कराने का कार्य करवाया गया जबकि हितग्राही लोन नहीं मिलने की बात कर रहा है ऐसे में नगर पालिका परिषद के द्वारा किया गए आवेदन और कितने लोगों को लोन मिला है इसकी जांच की मांग कांग्रेस के जिला उपाध्यक्ष तिरुपति एरुलू ने कलेक्टर, नर्मदापुरम संभाग के आयुक्त को पत्र लिखकर प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना की निष्पक्ष जांच करने की मांग की है।

रमेश को लोन मिला नहीं लेकिन नगर पालिका परिषद ने नेमप्लेट और प्रमाण पत्र थमाया