मंकी पॉक्स एडवाइजरी
बैतूल। स्वास्थ्य विभाग द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार मंकी पॉक्स एक गंभीर बीमारी है। इसके सामान्य लक्षणों में बुखार, त्वचा पर चकत्ते (चेहरे से शुरू होकर, हाथ, पैर, हथेलियों और तलवों तक) पडऩा। सूजे हुये लिम्फ नोड़, सिरदर्द, मांसपेशियों में दर्द या थकावट, गले में खराश और खांसी। मंकी पॉक्स से होने वाली परेशानियों में आंखों में दर्द या धुंधली दृष्टि, सांस लेने में कठिनाई, सीने में दर्द, बार-बार बेहोश होना और दौरे पडऩा, पेशाब में कमी। अधिक जोखिम वाले व्यक्तियों (कोमोर्बिडिटी से ग्रसित व्यक्ति, कम इम्युनिटी वाले व्यक्ति) पर मंकीपॉक्स के संक्रमण के गंभीर प्रभाव पडऩे की अधिक संभावना है।
मंकी पॉक्स मुख्य रूप से मनुष्य से मनुष्य में फैलता है- प्रत्यक्ष शारीरिक सम्पर्क:- शरीर से निकलने वाले तरल पदार्थ, यौन सम्पर्क या घावों के सम्पर्क में आने से। अप्रत्यक्ष सम्पर्क:- दूषित कपड़े या प्रभावित व्यक्ति के लिनेन के माध्यम से। लंबे समय पर निकट सम्पर्क में आने पर सांस की बूंदों से।
मंकी पॉक्स से संक्रमित व्यक्ति को आईसोलेट करें एवं मरीज से अन्य व्यक्तियों की दूरी बनाकर रखें। संक्रमित व्यक्ति के नाक और मुंह को मास्क से ढक़ना चाहिये एवं त्वचा के घावों को चादर या गाउन से ढक़कर रखें। संक्रमित व्यक्ति द्वारा इस्तेमाल किये गये चादर, कपड़े या तौलिये जैसी दूषित सामग्री के सम्पर्क में आने से बचें। साबुन और पानी या अल्कोहल आधारित सैनिटाइजर का उपयोग करके हाथों की स्वच्छता बनाये रखें।