बड़ी दुर्घटना का कारण बन सकता है साईं खंडारा का जर्जर स्कूल भवन
ग्रामीणों का आरोप-ग्राम पंचायत और ना ही शिक्षा विभाग के अधिकारी दे रहे ध्यान
बैतूल। जिला मुख्यालय से सटे ग्राम साईं खंडारा में स्थित प्राथमिक विद्यालय का पुराना जर्जर भवन दुर्घटना को दावत दे रहा है। इसी भवन के आसपास बच्चे खेलते हैं, ग्रामीण अपने मवेशियों को भी यहीं बांधते हैं। ऐसे में इस भवन के गिरने से कोई बड़ी दुर्घटना घट सकती है।
इस संबंध में ग्राम साईखण्डारा के ग्रामीण सौरभ सलामे, अतुल कवड़े, विशाल काकोड़िया, राकेश आदि ग्रामीणों ने सरपंच को एक आवेदन सौंपकर जर्जर भवन को धराशाई करने की मांग की है। उन्होंने बताया कि यह प्राथमिक शाला भवन वर्ष 1967 का बना हुआ है। जीर्ण शीर्ण होने के चलते कभी भी गिर सकता है। लेकिन इस ओर ग्राम पंचायत और ना ही शिक्षा विभाग के अधिकारी ध्यान दे रहे है। ग्राम के लोगो की मांग है कि स्कूल को गिरा दिया जाए। उन्होंने प्रशासन के समक्ष भी सवाल खड़े किए है कि भवन कभी गिर जाएगा तो इसकी जिम्मेदारी कौन लेगा?
पशुओं को भी बांधा जा रहा
सौरभ और अतुल का कहना है कि इस संबंध में कई बार विभागीय अधिकारियों को पत्र लिखा जा चुका है। इसके बाद भी विभाग द्वारा जर्जर भवन को गिरवाने आदि के संबंध में अबतक कुछ नहीं किया गया। पास में ही विद्यालय का नया भवन निर्मित होने के चलते स्कूल में पढ़ने वाले बच्चे जर्जर भवन के आसपास ही खेलते हैं। खाली जगह होने के कारण आसपास के बच्चे भी यहीं जमा रहते हैं। इसके अलावा पर्याप्त स्थान न होने के चलते गांव के लोग अपने पशुओं को भी यहीं बांधते हैं। यदि जल्दी ही इस भवन को गिराया नहीं गया तो किसी दिन यह भवन बड़ी दुर्घटना का कारण बन सकता है। ग्रामीणों ने जर्जर भवन को गिराए जाने की मांग अधिकारियों से की है।