जनजातीय छात्रावास की बालिकाओं ने सुनाई दर्द भरी, दास्तां, समय पर नहीं मिल रहा भोजन व अन्य वेवस्था
अधीक्षिका व वाटर मेन दोनों नहीं रहते छात्रावास में
खंडवा। ग्राम जामनी गुर्जर की बालिका
छात्रावास की बालिकाओं ने क्षेत्रीय विधायक व प्रदेश शासन में वन मंत्री डॉ कुंवर विजय शाह से नम आंखो से उचित वेवस्था की उम्मीद व मांग की ।
बालिकाओं को कभी कभी सोना पड़ता है भूखा मिलता है तो बिना नमक वाला खाना
छात्रावास में रहने ओर पढ़ने वाली बालिकाओं ने बताया कि कभी-कभी तो हमें भूखा ही सोना पड़ता है ओर मिलता है तो बिना नमक वाला खाना खाने में नमक रोज नहीं डालते कभी कभी खाना बनाने वाला भी नहीं आता हमे ही बनाना पड़ता है । शाम को फलहार में केवल परमल ही दिया जाता है जिससे हमारी भूख नहीं मिटती। सुबह के नास्ते में पोहे दिए जाते है उसमे भी सेव नहीं देते आदिवासी ब्लाक में आदिवासी बालिकाओं पर आदिम जाति कल्याण विभाग द्वारा संचालित छात्रावास अधीक्षिका व वाटर मेन द्वारा किया जा रहा प्रताड़ित। ना ही समय पर नास्ता मिलता है ओर ना ही भोजन। बालिकाओं ने छात्रावास की अधीक्षिका व चपरासी वाटर मैन सुखलाल की पोल खोलते हुए बताया कि ना ही समय पर आते हैं और ना यहां पर रहते हैं सुखलाल भैया ओर मैडम दोनों चले जाते है मुरली भैया हमारे पास ही रहते है। अधीक्षिका
हफ्ते में कई बार खंडवा चले जाते हैं
हमें अकेले रहने में लगता है डर, बालिकाएं
जहां एक तरफ मध्य प्रदेश सरकार आदिवासी बालिकाओं के उज्जवल भविष्य को देखते हुए। गांव – गांव शहर-शहर करोड़ों रुपए खर्च कर छात्र छात्राओं के लिए पूर्ण सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही है। वहीं दूसरी ओर खालवा ब्लाक के ग्राम जामनी गुर्जर में स्थित आदीम जाति कल्याण विभाग द्वारा संचालित जनजातिय बालिका छात्रावास में 65 छात्राएं है जिसमें से आज 52 उपस्थित हैं। बालिकाओं ने नम आंखों से सुनाई नव-निर्वाचित सरपंच कमलाबाई व प्रतिनिधि बनारस बाई को अपनी अपनी पीड़ा सुनाई,
देखने को तो पूर्ण सुविधाएं युक्त लेकिन बेचारी बालिका ए मनीषा,निरमा,रसमी पाटील,रिंकी दिनेश, राधा, पिंकी, सहित सभी बालिकाओं ने बताया कि हम सभी छात्रों को पेंट भर भोजन तक नहीं दिया जाता नास्ते में सेव परमल दिया जाता है। यहां पर व्यवस्था के नाम पर कुछ भी नहीं है हम पढ़ना चाहते हैं लेकिन यहां पर हमसे अधीक्षिका व वाटर मेन द्वारा अधिक कार्य कराया जाता है खाना बनाने से लेकर साफ-सफाई और तो और हम लोगों से शौचालयों को भी साफ कराया जाता है। रोटी भी कच्ची मिलती है वापस देते है तो नहीं लेते।
इस मामले मै खंडवा कलेक्टर अनुप सिह ने जांच कर दोसी पर कार्यवाही करने को कहा
सहायक आयुक्त खंडवा ने कहा आपने जानकारी दी है जांच की जा रही है