आदिवासी की संदिग्ध मौत, माझी सरकार ने एसपी को सौंपा ज्ञापन
दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग,आंदोलन की चेतावनी
बैतूल।( Suspected death of tribal, Majhi government submitted memorandum to SP Demand for strict action against the culprits, warning of movement)आदर्श ग्राम बांचा के एक आदिवासी की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत का मामला सामने आया है। मामले में दोषियों की गिरफ्तारी नहीं होने के चलते माझी सरकार संगठन ने शाहपुर पुलिस की कार्यप्रणाली पर नाराजगी व्यक्त की है। इस मामले में मंगलवार को श्री मांझी अंतर्राष्ट्रीय समाजवाद आदिवासी किसान सैनिक संगठन ने एसपी को ज्ञापन सौंपकर दोषियों की गिरफ्तारी करने की मांग की है। ज्ञापन के माध्यम से संगठन ने शीघ्र कार्रवाई नहीं करने की दशा में धरना आंदोलन करने की भी चेतावनी दी है। संगठन के प्रांतीय उप कोषाध्यक्ष श्रवण परते ने बताया कि ग्राम बांचा के कुंवरलाल धुर्वे की मौत संदिग्ध परिस्थितियों में हुई है। मृतक की पत्नी पिंकी धुर्वे द्वारा संस्था को आवेदन देकर न्याय की गुहार लगाई गई है। इसके बाद संगठन ने महिला को न्याय दिलाने के लिए पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन सौंपा है। मृतक की पत्नी का कहना है कि वे मेहनत मजदूरी कर अपना भरण-पोषण करते हैं। विगत 21 सितंबर को उनका पति ग्राम बांचा निवासी विकास पिता पुष्पराज कनाठे, अशोक धुर्वे पिता शंभू धुर्वे के साथ केकड़ा पकड़ने बरेठा घाट के पास नाले में गए थे। पति शाम को वापस नहीं आने पर उन्होंने पुष्पराज और अशोक से पतासाजी की। महिला का आरोप है कि अनावेदकों ने उन्हें गुमराह करते हुए कहा कि उनका पति बरेठा मंदिर में सोया है, जब महिला ने सुबह वहां जाकर देखा तो मृतक कुंवरलाल वहां मौजूद नहीं था। इसके बाद महिला गांव वालों की मदद से कुंवरलाल को ढूंढने निकली। इस दौरान कुवरलाल नाली के पास मृत अवस्था में पड़ा हुआ था। शरीर क्षत-विक्षत दिखाई दे रहा था। इसकी शिकायत उन्होंने तत्काल शाहपुर थाने में जाकर की। महिला का आरोप है हत्या के इस गंभीर मामले के बावजूद पुलिस द्वारा उनकी बातों को गंभीरता से नहीं लिया गया। महिला ने बताया कि उन्हें पुष्पराज और अशोक पर शक है। उनके द्वारा ही उनके पति की हत्या की गई है। कार्रवाई नहीं होने पर उन्होंने माझी सरकार के पदाधिकारियों से आग्रह किया जिसके बाद मांझी संगठन द्वारा एसपी को आवेदन देकर उचित जांच की मांग की गई है।