किसान ने भूमि को अतिक्रमण मुक्त करने कलेक्टर से लगाई गुहार
न्यायालय एवं प्रशासन के आदेशों की अवमानना का लगाया आरोप आमला तहसील क्षेत्र के ग्राम खानापुर का मामला
बैतूल। आमला तहसील क्षेत्र के एक बुजुर्ग किसान ने अपनी कृषि भूमि को अतिक्रमण मुक्त कराने के लिए कलेक्टर से गुहार लगाई है। कृषक धनाराम पिता बिरज नाई 73 वर्ष ने बताया कि उनकी पैतृक कृषि भूमि ग्राम मौजा खानापुर पटवारी हल्का नंबर 18 में स्थित है। दबंगों द्वारा भूमि पर अतिक्रमण कर कब्जा कर लिया है। जबकि न्यायालय और प्रशासन के आदेश उनके पक्ष में है। उन्होंने कलेक्टर से तत्काल भूमि को अतिक्रमण मुक्त करने की मांग की है। शिकायत आवेदन में किसान ने बताया कि आवेदक धनाराम, शांता बाई व अंजनी बाई एवं अनावेदक कौशल्या, कमलेश, महेश फगन्या की कृषि भूमि का सीमांकन विगत 2 मई को राजस्व निरीक्षक दल आरआई श्री वसूले, पटवारी रंजीता यदुवंशी, कमल कोटवार ग्राम खानापुर, चैन मैन मनोज पंडोले आदि के सीमांकन दल ने मौके पर जाकर सीमांकन किया था। शासन के आदेशानुसार बटवारा करके मौके पर पत्थर के निशान रखकर सीमेंट के खम्भे गाड़ दिए थे। सीमांकन हो जाने के कुछ दिन बाद अनावेदकों ने सीमेंट के खम्भे उखाड़ दिए और मेड नष्ट कर दी। अनावेदकों द्वारा अब उन्हें जान से मारने की धमकी दी जा रही है। इसके बाद आवेदकों ने इसकी शिकायत आमला थाना में की। आमला थाना प्रभारी संतोष पन्द्रे स्वयं पुलिस दल के साथ मौके पर पहुंच कर जांच की। पुलिस को देख कर अनावेदक कौशल्या, कमलेश, महेश खेत से भाग गए। इस मामले में आवेदक गणों का कहना है कि व्यव्हार न्यायालय आमला से लेकर हाई कोर्ट जबलपुर तक सभी न्यायालयों एवं प्रशासन के निर्णय आवेदकों के पक्ष में किये जा चुके हैं, फिर भी अनावेदक उनकी कृषि भूमि से अतिक्रमण नहीं हटा रहे हैं। अनावेदकों द्वारा न्यायालय एवं प्रशासन के आदेशों की अवमानना की जा रही हैं। इस मामले में आवेदकों ने वैधानिक कार्रवाई करने की मांग की है।