आए दिन ताइवान में घुस रहे ड्रैगन के फाइटर जेट्स
रूस के यूक्रेन पर हमले के बाद अब ऐसा माना जा रहा है कि चीन भी ताइवान में पुतिन की राह पर बढ़ सकता है। इसी बीच ताइवान की सेना ने एक हैंडबुक पब्लिश की है। इसमें नागरिकों को संभावित चीन के हमले के लिए तैयार रहने की सलाह दी गई है। चीन के फाइटर जेट्स लगातार ताइवान में घुसपैठ कर रहे हैं। इसलिए ताइवान की एयरफोर्स और एयर डिफेंस सिस्टम अलर्ट पर है।रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता सन ली-फेंग ने कहा- 28 पन्नों की इस गाइड में ऐसी जानकारी है जो सैन्य संकट या आपदा के दौरान लोगों के काम आएगी। पहली बार ताइवान की सेना ने ऐसी हैंडबुक पब्लिश की है। स्वीडन और जापान में पहले से ऐसी गाइड मौजूद हैं। इसमें बताया गया है कि हमले के दौरान मोबाइल ऐप के जरिए कैसे सुरक्षित जगह ढूंढना है। डिफेंस मिनिस्ट्री की ऑल-आउट डिफेंस मोबिलाइजेशन एजेंसी के अधिकारी लियू ताई-यी ने कहा- यह गाइड जनता के लिए है जिससे कि वे युद्ध या आपदा से पहले खुद को बेहतर तरीके से तैयार कर सकें। इसमें बेसिक सर्वाइवल स्किल्स हैं। लोगों को हवाई हमले, आग लगने, इमारत ढहने, बिजली की कटौती और प्राकृतिक आपदाओं से कैसे बचना है, इस बारे में पूरी जानकारी दी गई है। चीन का लक्ष्य ताइवान को उनकी राजनीतिक मांग के आगे झुकने और चीन के कब्जे को मानने के लिए ताइवान को मजबूर करने का रहा है। रूस-यूक्रेन जंग के बाद से इस बात का डर सताने लग गया है कि कहीं ताइवान को हथियाने के लिए चीन भी युद्ध का रास्ता न अपना ले। चीन, यूक्रेन में हो रही जंग का फायदा उठाकर ताइवान पर हमला कर सकता है। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने शी जिनपिंग की इस साजिश को भांप लिया था। उन्होंने एक इमरजेंसी मीटिंग की और इसके फौरन बाद अमेरिकी डिफेंस एक्सपर्ट्स और फॉरेन मिनिस्ट्री का एक हाईलेवल डेलिगेशन ताइवान की राजधानी ताइपेई रवाना कर दिया था। इतना ही नहीं अमेरिका पहले ही साफ कर चुका है कि अगर चीन ने ताइवान पर हमले की कोशिश की तो अमेरिका और नाटो उसकी मदद करने में देर नहीं लगाएंगे। चीन हमेशा से ताइवान को अपना हिस्सा बताते आया है। वहीं, रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन ने भी ताइवान को चीन का अभिन्न हिस्सा माना है। विंटर ओलिंपिक्स की ओपनिंग सेरेमनी के दौरान पुतिन ने ताइवान की किसी भी रूप में स्वतंत्रता के दावे को खारिज कर दिया था।