आज के ही दिन बाबा साहेब ने बौद्ध धर्म स्वीकार किया था: वासनिक
बैतूल। (Babasaheb accepted Buddhism on this day: Wasnik) भारतीय संविधान के शिल्पी पुरुष भारत रत्न डॉक्टर भीमराव अंबेडकर के अनुयायियों द्वारा आज बैतूल के अंबेडकर चौक में एकत्रित होकर धम्म चक्र प्रवर्तन दिवस मनाया। जिसमें बड़ी संख्या में अनुयाई एवं डॉ आंबेडकर समर्थक शामिल हुए। कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद नगरपालिका बैतूल के ऑडिटर बंटी वासनिक ने कहा कि आज ही के दिन 14 अक्टूबर 1956 को बाबा साहेब ने बौद्ध धर्म की दीक्षा ली थी। डॉक्टर साहब ने 62 वर्ष पूर्व बौद्ध धर्म को अंगीकार किया था। कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि के रूप में फिल्म निर्देशक अक्षय कोठी मौजूद थे।
जानकारी के मुताबिक बैतूल के अंबेडकर चौक स्थित डॉ भीमराव के विशालकाय प्रतिमा के सामने सुबह 9:00 बजे उपस्थित होकर सामाजिक बंधुओं ने अपने अपने विचार व्यक्त किए और इस दौरान मिष्ठान वितरण भी किया गया। कार्यक्रम में विशेष रूप से दीपांकर भंते ,धनराज चंदेलकर, येयाबाई चौकीकर, डॉ.पीआर सोनारे, रामसिंग शाक्या, विशाल डोंगरे, मोहन खातरकर, एमपी मसतकर, अनिल पाटील, एसआर नागले, एनके मांडवे आदि थे। धम्मचक्र प्रवर्तन दिवस के मौके पर आयोजित कार्यक्रम के मुख्य अतिथि नगरपालिका बैतूल के आडिटर बंटी वासनिक ने डॉ. भीमराव अंबेडकर की जीवनी पर प्रकाश डालते हुए कहा कि धम्म प्रवर्तन दिवस मनाना तभी उचित होगा की आज के दिन हम सब को यह शपथ लेनी चाहिए कि हमेशा बाबा साहेब के बताए मार्ग पर ही चलें।