नानक आया, नानक आया, कल तारण गुरु नानक आया प्रकाश पर्व पर गुरुद्वारा में हुआ विशेष कीर्तन दीवान का आयोजन
दिल्ली से पहुंचे कथावाचक भाई जसप्रीत सिंह ने गुरु की महिमा का बखान कर समूह संगत को किया निहाल
बैतूल। Nanak came, Nanak came, yesterday Taran Guru Nanak came Special Kirtan Diwan organized in Gurdwara on Prakash Parv सतगुरु नानक प्रगट्या, मिटी धुंध जग चानन होया, कलतारण गुरु नानक आया, ज्यों कर सूरज निकलया तारे छपे अंधेर पोलावा .. । गुरु नानक देवजी के 553वे प्रकाश पर्व पर मंगलवार को गुरुद्वारा गुरु सिंह सभा में यह शबद गूंजायमान हो रहे थे। इस अवसर पर गुरुदारे में विशेष साज सज्जा भी की गई थी। गुरु नानक देव जी के प्रकाश पर्व पर सुबह 11 बजे से विशेष कीर्तन दीवान सजाया गया था। इस अवसर पर दिल्ली से पहुंचे भाई जसप्रीत सिंह ने अपनी अमृतमयी वाणी से गुरु की महिमा का बखान कर समूह संगत को निहाल किया। इस अवसर पर गुरु घर में पहुंची संगत आस्था के समंदर में डूब गई। उल्लेखनीय है कि गुरुपूरब के अवसर पर गुरुद्वारा में हजारों की तादाद में संगत माथा टेकने को उमड़ी। संगत ने विशेष कीर्तन दीवान में शामिल होकर पुण्य लाभ अर्जित किया। इस अवसर पर गुरुद्वारा में अटूट लंगर का आयोजन किया गया जहां श्रद्धालुओं ने भोजन प्रसादी ग्रहण की। शाम 7 बजे से पुनः विशेष कीर्तन दीवान का आयोजन किया गया। इस अवसर पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित रहे।
कीर्तन से बताई गुरु की महिमा
कीर्तन के माध्यम से भाई जसप्रीत सिंह ने गुरुनानक देव जी के जीवन पर प्रकाश डाला। उनके अनुसार बताये हुए मार्गों पर चलने की सलाह दी। शबद व्याख्यान के माध्यम से उन्होंने गुरुनानक जी के संदेशों को संगत के सामने रखा। उल्लेखनीय है कि गुरुद्वारा कमेटी द्वारा प्रकाश पर्व को 11 दिवसीय महोत्सव के रूप में मनाया गया। 28 अक्टूबर से 5 नवंबर तक प्रतिदिन नगर में प्रभात फेरी निकाली गई। अंतिम दिन मंगलवार प्रकाश पूरब के अवसर पर कीर्तन दीवान एवं विशाल लंगर के साथ महोत्सव का समापन किया गया। गुरुद्वारा कमेटी ने कार्यक्रम के सफल आयोजन को लेकर समूह संगत का आभार व्यक्त किया।