Betul News: कहा- आधी रोटी-आधा पेट, संविदा जीवन चढ़ गया भेंट 7वें दिन भी जारी रही अनिश्चितकालीन हड़ताल, स्वास्थ्य सेवाओं पर पड़ा असर
संविदा स्वास्थ्य कर्मियों ने धरना स्थल पर आधी रोटी बना कर जताया विरोध
Betul News: बैतूल। अपनी न्यायोचित मांगों को लेकर जिले के संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी 15 दिसंबर से संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी संघ के बैनर तले अनिश्चितकालीन हड़ताल पर है। हड़ताल के 7वें दिन बुधवार को जिला उद्योग कार्यालय के सामने धरना स्थल पर संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों ने चूल्हे पर आधी रोटी बनाकर विरोध प्रदर्शन किया। वहीं आधी रोटी-आधा पेट, संविदा जीवन चढ़ गया भेंट के नारे लगाए।
संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी संघ के जिला अध्यक्ष डॉ.गोविंद साहू ने बताया संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों को नियमित कर 90 प्रतिशत वेतन देने सहित अन्य मांगों के पूर्ण नहीं होने से संविदा कर्मियों में आक्रोश है। इन संविदा स्वास्थ्य कर्मियों के हड़ताल पर जाने से जिले में स्वास्थ्य व्यवस्था लड़खड़ा गई है। कई स्वास्थ्य केंद्रों पर तो ताला लगा हुआ है। ऐसे में अपना उपचार कराने पहुंच रहे मरीजों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। आरोग्य उपस्वास्थ्य केन्द्र बेलकुंड और आरोग्य उपस्वास्थ्य केन्द्र अंबाड़ा विकासखंड आठनेर में भी ताला लगा था। उपस्वास्थ्य केन्द्रों पर ग्रामीणों को जनरल ओपीडी में सर्दी, खासी, बुखार की दवाएं दी जाती है।
इसके अलावा गर्भवती माताओं की जांच सहित कई स्वास्थ्य सेवाएं मिलती है, जो हड़ताल के कारण प्रभावित है।
कोरोना संक्रमण बढ़ा, तो स्वास्थ्य सेवा पर पड़ेगा असर
उन्होंने बताया वर्तमान में जापान, दक्षिण कोरिया, ब्राजील, चीन और अमेरिका में कोरोना के नए मामले चिंताजनक तरीके से बढ़ रहे हैं। यदि भविष्य में प्रदेश या जिले में कोरोना संक्रमण के मामले सामने आएंगे, तो हड़ताल के चलते स्वास्थ्य सेवा और भी बुरी तरह से प्रभावित होगी। उन्होंने कहा कोरोना संक्रमण के बीच संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों ने अपनी जान हथेली पर रख स्वास्थ्य सेवाएं दी, वहीं अपने कई साथियों को भी खोया।
अपना फर्ज पूरी ईमानदारी से निभाया। बावजूद इसके सरकार ने संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों की 2 सूत्रीय मांगों को पूर्ण नहीं किया है। सरकार के इस अड़ियल रवैया के चलते कर्मचारियों में नाराजगी है और आंदोलन की राह पर है। यदि सरकार ने समय रहते मांगों को पूर्ण नहीं किया तो संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी और भी उग्र करेंगे आंदोलन करेंगे।