अतिक्रमण, शराब की अवैध बिक्री से परेशान ग्रामीणों ने खोला मोर्चा
खकरा जामठी के ग्रामीणों ने जनसुनवाई में की शिकायत

Betul Mirror News: बैतूल। जिला मुख्यालय अंतर्गत आने वाले ग्राम खकरा जामठी में शासकीय भूमि पर अतिक्रमण एवं शराब की अवैध बिक्री से ग्रामीण परेशान हैं। शराब बिक्री की शिकायत ग्रामवासियों ने मंगलवार को जनसुनवाई में पहुंचकर की है। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि शिकायत करने पर दबंगों द्वारा ग्रामीणों के खिलाफ जातिगत दुर्भावना की झूठी शिकायत कर दी गई। ग्रामीणों ने बताया कि गांव में अवैध शराब बिक्री के चलते महिलाओं को बेहद परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
दबंगों द्वारा बेशकीमती शासकीय भूमि पर अवैध कब्जा कर शराब का गोरख धंधा किया जा रहा है। गांव में अवैध गतिविधि बढ़ने के कारण आंगनवाड़ी में भी बच्चों की उपस्थिति कम हो गई है, महिलाओं का सड़क से निकलना दूभर हो गया है। इसके पूर्व भी ग्रामीणों ने विकास यात्रा में पहुंचे जनप्रतिनिधियों से इसकी शिकायत की थी लेकिन आज दिनांक तक कोई भी कार्यवाही नहीं हुई है। ग्रामीणों ने बताया कि इस अवैध धंधे की शिकायत पूर्व में ग्राम पंचायत में आवेदन देकर की थी। पटवारी, सरपंच, सचिव, पंच ने अतिक्रमण स्थल पर सर्वे किया, जिसके आधार पर तहसीलदार ने नोटिस जारी किया।
ग्रामीणों ने बताया कि अतिक्रमण स्थल पर जब नायब तहसीलदार स्थल का जायजा लेकर सीमांकन के लिए चर्चा करने लगे, इसी दौरान जयस एवं भीम आर्मी के पंकज अतुलकर ने अतिक्रमणकारियों को अतिक्रमण करने के लिए नायब तहसीलदार के सामने उकसाया, अतिक्रमणकारियों द्वारा ग्राम वासियों को जान से मारने व जातिगत झूठी एफआईआर करने की धमकी दी।
मामले को जातिगत तूल देने का प्रयास
ग्रामीणों का आरोप है कि गांव में शासकीय भूमि पर अतिक्रमण कर अवैध शराब विक्रय करने की शिकायत करने से आक्रोशित होकर अनावेदकगणों द्वारा इस मामले को जातिगत तूल देने का प्रयास किया जा रहा है। ग्रामीणों का कहना है कि गांव में अतिक्रमण बढ़ने के कारण उन्होंने 20 फरवरी 2023 को ग्राम पंचायत टेमनी में शासकीय भूमि खसरा नंबर 54/ 2, रकबा 0.4620 भूमि पर बजरंग मंदिर एवं सामुदायिक भवन निर्माण के लिए आवेदन दिया था।
इसके लिए सचिव, सरपंच एवं पंच की सहमति ली गई थी। ग्राम वासियों ने आपसी सहमति से हनुमान जयंती पर मंदिर निर्माण के लिए सांकेतिक भूमि पूजन कर तार फेंसिंग की थी। इस दौरान ग्राम वासियों ने किसी के साथ अभद्र व्यवहार नहीं किया, ग्रामीणों के खिलाफ जातिगत दुर्भावना का झूठा आरोप लगाया जा रहा है। ग्रामीणों ने इस मामले में उचित जांच कर दोषियों के विरुद्ध कार्यवाही करने की मांग की है।