बैतूल की पोर्टलबाजी में जल्द पढऩे को मिलेगी मस्तराम की कहानियां…. coming soon
Betul Mirror News: बैतूल। बैतूल की पोर्टल बाजी गुगल से मिलने वाली किसी कथित भिक्षा के चक्कर में पता नहीं क्या- क्या करने पर उतारू हो गई है। मीडिया सेंटर के गहन मंथन से ज्ञात हुआ है कि यह पोर्टलबाजी वीवर्सशिप के लिए वाट्सएप ग्रुप में ओवरलेपिंग का घृणित कृत्य तो करते आ रहे हैं, लेकिन अब कंटेंट के नाम पर भी ऐसा गू गोबर ठेल रहे हैं कि लोगों को लग रहा है कि मस्तराम की कहानियां भी जल्द ही बैतूल की पोर्टलबाजी में लोगों को पढऩे और देखने को मिल सकती है। जिस तरह से सांप-नेवले की लड़ाई से लेकर अब पहेलियां और अब मजेदार जोक तक पोर्टलबाजी आ चुकी है। उससे साफ नजर आ रहा है कि इनके पास कंटेंट के नाम पर कुछ है नहीं। इसलिए अनाप-शनाप कुछ भी पेल रहे हैं और एक दूसरे को भी ओवरलेप करने से बाज नहीं आ रहे हैं। खबरों के नाम पर पहले भी यह लोग सुविधा की पत्रकारिता करते रहे हैं। जो पोर्टलबाजी में ओवर लेपिंग का खेल कर सूरमा बन रहे हैं, इनमें इतना कलेजा नहीं है कि बैतूल विधायक से उनकी चार साल के कामकाज को लेकर कोई एक सवाल भी पूछ ले। हा यदि कोई धरमू सिंह या बह्मा भलावी जैसा आदिवासी विधायक होगा तो उसे खैंच-खैंच कर लपेटने से बाज नहीं आएंगे। ऐसे पोर्टल बाजों की पत्रकारिता पर मीडिया सेंटर काफी थू थू की गई है और इनके लिए एक सलाह है कि पत्रकारिता के नाम पर गंद फैलाना बंद करें। लोगों को मजेदार जोक या पहेलियां जैसे फार्मूले में उलझाने की जगह खबरें पढ़ाए।