नगरपालिका के जल विभाग में भ्रष्टाचार चरम सीमा पर

बिना पानी के जाच किए बिना झुग्गी बस्तियों में वितरण किया जा रहा है डब्ल्यूसीएल के बंद हो चुके खदान का पानी

सारनी। नगर पालिका परिषद सारनी के 36 वार्डों में रहने वाले झुग्गी बस्ती के लोगों को गर्मी के मौसम में पेयजल की परेशानी का सामना ना करना पड़े यह देखते हुए नगर पालिका परिषद सारनी के माध्यम से निजी टैंकरों से पानी आपूर्ति करने का काम किया जाता है,लेकिन प्रतिवर्ष जीस ठेकेदार के माध्यम से झुग्गी बस्तियों में पानी आपूर्ति करने की निविदा लिया करते थे उस ठेकेदार के माध्यम से इस बार पानी आपूर्ति करने की निविदा नहीं ली गई ऐसे में आनन-फानन में नगर पालिका परिषद सारनी के पानी शाखा के माध्यम से नव सीखिए ठेकेदार को पानी आपूर्ति करने का काम सौंपा गया है। इस ठेकेदार के माध्यम से वेस्टर्न कोलफील्ड लिमिटेड पाथाखेड़ा कि बंद हो चुकी भूमिगत खदान का पानी वार्ड में आपूर्ति करने का काम किया जा रहा है। जानकारों का कहना है कि वेस्टर्न कोलफील्ड पाथाखेड़ा की भूमिगत खदान का यह पानी मल मूत्र और केमिकल युक्त है इसे भी दुखद नगर पालिका परिषद के विभाग के जल प्रभारी के माध्यम से संबंधित ठेकेदार के द्वारा किन-किन कुआं से पानी आपूर्ति करने का काम किया जा रहा है और बोर के पानी की जांच कराना उचित नहीं समझा गया है। वेस्टर्न कोलफील्ड लिमिटेड पाथाखेड़ा की भूमिगत खदान में काम करने वाले कर्मचारी एवं भूमिगत खदान का पानी जो सरफेस में फेंका जाता है उसे यदि कॉलोनी में वितरण किया जाए तो इससे इस पानी का सेवन करने वाले व्यक्ति को पीलिया,थायराइड के अलावा विभिन्न प्रकार की गंभीर बीमारी का सामना करना पड़ सकता है।लेकिन नगरपालिका के जल विभाग के द्वारा बिना पानी के सैंपल लिए झुग्गी बस्ती के वार्डों में पानी आपूर्ति करने का काम शुरू कर दिया गया है। क्षेत्र के जानकार लोगों के माध्यम से जिला कलेक्टर,होशंगाबाद आयुक्त को शिकायत करके इस मामले की निष्पक्ष जांच करके और पानी के सैंपल लेने के बाद झुग्गी बस्ती के वार्डों में पानी आपूर्ति करने की मांग की जा रही है।

कहां का पानी पीने योग्य है कहां का नहीं इसकी जानकारी नहीं है नपा के जल विभाग को

प्रतिवर्ष नगर पालिका परिषद सारनी के माध्यम से पानी का सैंपल भोपाल और सागर भेज कर उसकी जांच कराने का काम किया करते थे लेकिन इस बार ऐसी क्या परेशानी आ कर खड़ी हुई कि नगरपालिका के जल शाखा विभाग ने जिस ठेकेदार को पानी आपूर्ति करने का काम दिया है उन के माध्यम से किसी भी बोर एवं कुएं के पानी का सैंपल की जांच कराना उचित नहीं समझा गया है। सूत्रों की माने तो जल आपूर्ति किए जाने वाले मामले में लाखों रुपए की हेराफेरी एवं कमीशन की बड़ी बलि चढ़ने की चर्चा जोरों पर यदि पानी आपूर्ति के मामले की उच्चस्तरीय जांच कराई जाए तो जल शाखा प्रभारी सहित विभिन्न अधिकारी कर्मचारी सलाखों के पीछे नजर आएंगे अब देखना है कि जिले के कलेक्टर एवं होशंगाबाद के आयुक्त के माध्यम से नगर पालिका परिषद सारनी के द्वारा बिना जांच किए पानी की आपूर्ति के मामले में क्या कार्रवाई करते हैं।

इनका कहना है

पेयजल आपूर्ति के मामले में किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जा सकती यदि जल शाखा प्रभारी के माध्यम से बिना पानी के जांच कराएं पानी की आपूर्ति झुग्गी बस्ती के वार्डों में करवाई जा रही है तो इसे तत्काल रोकने का काम किया जाएगा जब तक सागर एवं भोपाल से पानी की जांच की रिपोर्ट नहीं आ जाती तब तक पानी वितरण करने का काम रोका जा सकता है।

भीम बहादुर थापा नपा उपाध्यक्ष सारणी

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