किन्नर गुरू मां का अटल सेना ने किया सम्मान
जन्म देने वाले से पालने वाला बड़ा होता है
बैतूल। आमतौर पर शादी, विवाह या खुशी के मौके पर बधाई देते और दुआएं लुटाते तो आपने किन्नरों को देखा होगा। यहां तक के किन्नरों द्वारा जनप्रतिनिधि के रूप में अपनी उत्कृष्ठ सेवाएं दी हैं। भगवान कृष्ण को जन्म देवकी ने दिया था परंतु उनका पालन माता यसोदा मैया ने किया। जन्म देने वाले पालन करने वाला बड़ा होता है। ऐसे ही बैतूल की किन्नर गुरू शोभा दीदी द्वारा अनाथ बच्चों को पालकर बड़ा कर उनका घर बसाने का काम करती रहीं हैं। मातृ दिवस पर रविवार अटल सेना द्वारा किन्नर गुरू शोभा दीदी को उनके निवास पर पहुंचकर तिलक लगाकर, माल्यापर्ण कर, आरती उतारकर और साफा पहनाकर उनको सम्मानित किया गया। इस मौके पर संगठन के प्रांतीय अध्यक्ष राजेन्द्र सिंह चौहान (केन्डु बाबा) ने बताया कि जिस तरह पूरी इमारत खड़े करने में नींव का योगदान होता है परन्तु वह दिखती नहीं है और ना ही उसे श्रेय दिया जाता है ऐसे ही कई किन्नर अप्रत्यक्ष रूप से समाज में अपना मानव धर्म का निर्वहन कर रहें हैं। इनकी सेवाएं समाज के सामने नहीं आ पाती हैं, शिखर तो दिखता है परंतु वह नींव के पत्थर नहीं दिख पाता है। केन्डु बाबा ने बताया कि किन्नर शोभा गुरु मां ने पांच दिन की सुहाना को पाल पोस बड़ा किया है जो आज ढाई वर्ष की है जिसकी एक किडनी भी नहीं जिसकी बाथरूम थैली भी नहीं परंतु शोभा गुरु मां के मन में दया की कोई कमी रखी और मुक्त हाथों से ममता लुटाई। स्नेह का भाव भंडार रखने वाली माता शोभा गुरु ने दूसरी बेटी जो 15 दिन की थी उसे पाला वह आज 10 वर्ष की है उसे पांचवी क्लास वह अध्ययनरत है। 15 वर्ष पूर्व किन्नर शोभा गुरु मां जब भोपाल में थी तब उन्होंने दो दो बेटियों का स्वयं पाल पोस कर बड़ा कर उनका विवाह कर उनका घर बसाया। इस अवसर पर पिंकी तालमपुरिया, रजनी तालमपुरिया, कृष्णा नामदेव, कीर्ति नामदेव, सेवंती साहू, बृजवा तालमपुरिया, मनीषा वीके अटल सेना जिला अध्यक्ष आदर्श अग्निहोत्री, मीडिया प्रभारी तुलसी साहू आदि मौजूद थे। 
